Case #1 - ट्रेवर तथा संशय


ट्रेवर का एक औरत के साथ रिश्ता था और उसने उससे शादी के लिए भी कहा था । परन्तु वह अभी पूरी तरह से पक्का नहीं था कि वह एक ठीक औरत है या नहीं । जैसे-जैसे हमने उसका इलाज किया, वह अपने निर्णय पर और सहज महसूस कर रहा था परन्तु अभी भी उसका कुछ शक बाकी था । उसको लगता था कि उनकी मान्यताएँ एक समान थीं, वो एक-दूसरे से प्रेम करते थे तथा वह साथ-साथ एक अच्छा जीवन व्यतीत कर सकते थे । लेकिन उसका शक उसे कमजोर बनाता जा रहा था – उसे लगता था कि क्या कहीं और भी कोई हो सकती है जो वास्तव में उस औरत से बेहतर साथी सिद्ध हो ।

वह अपने शक पर काबू करने की कोशिश करता रहा – स्वयँ से कहता रहा कि यह ठीक और उचित नहीं है तथा इससे कोई फायदा नहीं होगा । उसने उसके अच्छे पहलुओं के बारे में भी सोचने की कोशिश की । लेकिन शक फिर भी उभरता रहा जो उनके रिश्ते को कमजोर करता रहा ।

इसलिए इलाज में हमने बहुत से तरीके अपनाए । पहले हमने देखा कि इस पर क्या ठीक बैठता है – यह गेस्टाल्ट की फील्ड थियोरी ओरिऐंटेशन है । उसके पिता का जीवन-पर्यन्त एक महिला से रिश्ता रहा था । ट्रेवर इसी वातावरण में बड़ा हुआ था । इसलिए जब उसे शादी करने का फैसला लेना था, उसे अपने ऊपर ये भरोसा नहीं था कि शायद कोई और स्त्री भी उसका धयान अपनी तरफ न खींच ले ।

मैंने उसके पिता एवँ उसके पिता की प्रेमिका से बातचीत करके ये बताने की कोशिश कि कैसे उनके रिश्ते ने उसके बचपन को प्रभावित किया था । उनका रिश्ता अभी तक उसका पीछा कर रहा है । मैंने उनको कहा कि वे उसकी भावनाएँ, उसकी उदासी, उसका क्रोध समझें ।

इस तरीके ने उसके परिवार में जो अधूरापन था, उसे समाप्त करने में सहायता की । इस बातचीत से उसके अनुभवों को आज की तारीख में समझने के बाद उसका इलाज करने में कुछ सहायता मिली तथा उसके शरीर ने एक गर्मजोशी दिखाई । अधूरापन मन के अन्दर भी रहता है ।

परन्तु कुछ और काम भी करना था । हमें अलगाव, विश्वास/ वचनबद्धता तथा शक/अनिश्चितता पर भी काम करना था । गेस्टाल्ट ने अलगावों के एकीकरण के लिये बहुत सा काम किया है ।

इसलिये, मैंने उस पर गेस्टाल्ट का एक और तरीका आजमाया : कल्पना करो कि तुम अपने एक मित्र से बातचीत कर रहे हो । चूँकि तुम एक शंकालू व्यक्ति हो, इसलिये तुम्हारे दिमाग में जो भी शक है उसे कह दो ।

आगे जो कुछ हुआ, वह बहुत ही मजेदार था । उसने बिल्कुल उससे उल्टा करना शुरू कर दिया – उसने अपने मित्र को कहा कि वास्तव में कैसे उसे उस पर भरोसा करना चाहिये ।



 प्रस्तुतकर्ता  Steve Vinay Gunther